श्री रामलीला परिषद् (रजि) महेन्द्रगढ़ के समीप ईशान कोण में स्थित श्री नरसिंह लक्ष्मी मन्दिर का निर्माण स्व. श्री चमेली देवी व स्व. श्री कंवरलाल जांगिड (मास्टर जी) की पावन स्मृति में उनके पुत्रों एवं पुत्रवधुओं ने वर्ष 2004 में करवाया|
अपने कुल देवता भगवान श्री नरसिंह जी की लक्ष्मी जी के साथ सोम्य रूप में , शेषनाग के आसन पर विराजमान की प्राण प्रतिष्ठा दिनाकं 25-01-2005 ( शुक्ल पक्ष पूर्णिमा ) को मन्दिर के पुजारी स्व. श्री महाबीर प्रसाद गौड़ जी की देख रेख में मंत्रोचार के साथ की गई | प्राण प्रतिष्ठा से पहले पाँच आचार्यों द्वारा पाठ किये गये फिर शेषनाग के आसन पर विराजमान श्री नरसिंह लक्ष्मी की नगर परिक्रमा कलशयात्रा के साथ की गई | परिक्रमा पश्चात जांगिड ( कौथकुथलिया शासन) के कुल देवता श्री नरसिंह जी की लक्ष्मी जी के साथ संस्कृत श्लोको व मंत्रोच्चार द्वारा यज्ञ कर के प्राण प्रतिष्ठा की गई व प्राण प्रतिष्ठा व यज्ञ उपरान्त सभी भक्तजनों को प्रसाद वितरण किया गया|















